कटनी जंक्शन -- जिले के चारों ओर अवैध ईंट भट्टों का कारोबार जोरों पर है। ईंट भट्ठा संचालक शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। बिना लाइसेंस के कई ईंट भट्टे संचालित हो रहे हैं। ईंट भट्ठों के संचालक मोटी रकम कमाई कर रहे हैं। इससे शासन प्रशासन को लाखों रुपये की राजस्व क्षति हो रही है। जिले में ईट भट्टे के कारोबार करने की होड़ मची हुई है। इसी होड़ में अब एक और नाम जुड़ गया है, जनपद सदस्य कैलाश पटेल द्वारा जरवाही स्थित शासन की भूमि को बिना अनुमति खनन कर ईंट बनाने का काम जोरों से कर रहे हैं और साथ ही ईंट भट्टा भी लगाया जा रहा है ।
शासन के निर्देशानुसार ईंट भट्टे लगाने के लिए बाकायदा शासन से अनुमति की आवश्यकता है मगर अनुमति नहीं ली गई । इनके ईट भट्टे में लकड़ी और कंडे का उपयोग कर ईंट पकाई जाती है, जबकि नियमानुसार चिमनी और कोयले से इन्हें पकाया जाता है। ईट भट्टा नियम विरूद्ध संचालित हो रहा है ।
प्रशासन की नाक के नीचे अवैध ईंट के भट्ठे का संचालन किया जा रहा है और राजस्व और खनिज विभाग के अधिकारी मूक दर्शक बने बैठे हैं। यहां के लोगों का कहना है कि प्रशासन की मिली भगत से अवैध ईंट भट्ठा संचालित हो रहा है। क्षेत्रवासियों ने इन पर कार्रवाई की मांग की है।