कहां गई 246 मेट्रिक टन धान ? EOW ढूंढने पहूंची कटनी, जांच से खुलेगा राज !

कटनी जंक्शन -- प्रदेश में धान खरीदी घोटाला सबसे बड़ा घोटाला बनता जा रहा है, हाल ही जबलपुर में धान खरीदी घोटाले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों पर बड़ी कार्यवाही की गई थी, ऐसा ही मामला मैहर, सतना, बालाघाट समेत प्रदेश के अन्य जिलों में भी देखने मिला था, जिससे कटनी बचता दिखाई दे रहा था, लेकिन अब EOW की वक्रि दृष्टि कटनी पर भी आ पड़ी है, कल EOW की एक टीम ने कटनी के धान संबंधित कार्यालय और समितियों पर जाकर लेखा-जोखा, देखा-समझा, और जांच कर रिपोर्ट तैयार की ।

सूत्रों की मानें तो सेना नन्हवारा, सिघनपुरी समेत अन्य समितियों से धान खरीदी संबंधित सभी दस्तावेज तलब किए हैं, इन समितियों में धान खरीदी के समय भारी धांधली का आरोप भी लगा था, जिले में लगभग 246000 किलो धान की शार्टेज की खबर हैं, जिस पर फिलहाल कुछ समितियां निशाने पर हैं, शार्टेज धान की रकम 60 लाख के आसपास बताई जा रही है, अब जांच होने के उपरांत ही शार्टेज धान की सही मात्रा और रकम का पता चलेगा और यह भी जानकारी लगेगी कि, आखिर यह धान खरीदी गई तो गई कहां ??

इस एंगल से भी जांच जरूरी --
कुछ समय पूर्व मझगवां में ब्लैक स्पाट की खबर लगी थी, इस जगह पर एक पत्रकार द्वारा शर्मा के फार्म हाउस में सरकारी बोरे जलाए जाने और मिलने की खबर ने कटनी में धान चोरी के मामले को हवा दी थी, इस पर छोटी-मोटी कार्यवाही भी हुई, मामला दर्ज हुआ और लोग जेल भी गए, लेकिन पूरे मामले की सही जांच नहीं की गई, दरअसल बड़वारा के जिन खरीदी केन्द्रों से धान की मात्रा कम पाई जा रही है उन खरीदी केन्द्रों और जिन मिलर्स के पास धान दराई के लिए जाती है उसके मध्य रास्ते पर जंगल से सटा हुआ मझगवां गांव पड़ता है, इस गांव में परिवहन करने वाले ट्रक ड्राईवर धान बेचते हैं, हर जगह वेयरहाउस से निकलने वाली धान कभी मझगवां, तो कभी तेवरी, तो कभी देवगांव तो कभी कन्हवारा में बेची जाती है, इतनी बड़ी मात्रा में धान की बीच सड़क पर खरीद फरोख्त होने के बाद भी जिले में केवल एक ही कार्यवाही प्रशासन की नाकामी को दर्शाती है।

शिवजी पटेल से पूछताछ जरूरी --
पूरी धान खरीदी में वेयरहाउस में रखे जाते समय धान की गुणवत्ता और नमी चैक करने के लिए जिन सर्वेयरों को सलेक्ट किया जाता है वे सभी सुपरवाइजर शिव जी पटेल के कहने पर सलेक्ट किए जाते हैं, खरीदी केंद्र प्रभारियों द्वारा गाहे बगाहे यह बात सामने आती रहती है कि, सर्वेयर लड़कों को धान के बारे में कोई जानकारी नहीं होती और धान वही पास होकर वेयर हाऊस में अंदर जाती है जिस पर दक्षिणा चढ़ा दी जाती है, हर गाड़ी पर 2000 से लेकर 5000 रुपये तक पास करवाई लिया जाता है । इस बात को लेकर जब भी शिवजी पटेल से चर्चा की जाती है वे प्रश्न से भागते नजर आते हैं। ऐसी स्थिति में शिवजी पटेल से भी पूछताछ की आवश्यकता तो बनती है।

मनोज सिंह परिहार के साथ आशीष तिवारी की रिपोर्ट।

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