मैहर जंक्शन --
ककरा गांव की डामर सड़क की उम्र इतनी छोटी रही कि देखने वालों को लगा, ठेकेदार ने इसे टिकाऊ नहीं, टिक-टॉक वाली सड़क बनाया था! लाखों की लागत से बनी यह सड़क कुछ ही दिनों में उखड़ने लगी, लेकिन ठेकेदार की मोटी चमड़ी पर कोई असर नहीं पड़ा।
ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार के सबूत वीडियो के रूप में परोसे, मगर जिम्मेदारों ने आँखें मूंद लीं। ऐसा लगता है कि सड़क नहीं, ठेकेदार की ईमानदारी उधड़ गई है! सुधार की जगह अब अधिकारी और ठेकेदार लीपापोती में जुट गए हैं
शायद अब यही तय कर रहे होंगे कि अगली सड़क कागज पर ही बना दी जाए, ताकि कोई उखड़ने का वीडियो न बना सके!
वायरल वीडियो --