कटनी जंक्शन -- जनपद से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत कैलवारा खुर्द जनपद पंचायत कटनी की पूर्व सरपंच माधुरी पाठक के द्वारा पूर्व मे किए गये भ्रष्टाचार के अनेकों मामले आए दिन सामने आ रहे है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि कैलवारा खुर्द की पूर्व सरपंच माधुरी पाठक के कार्यकाल के दौरान ग्राम पंचायत कैलवारा खुर्द किसी अन्य पंचायत में पीछे नहीं रहा शासन की योजनाओं से लेकर अन्य प्रकार की सभी योजनाओं मैं पलीता लगाते हुए शासन की राशि को अपने निजी स्वार्थ हेतु एक गंभीर भ्रष्टाचार की सूची में अपना नाम लाकर खड़ा कर दिया है।
वर्तमान सरपंच एवं ग्रामीणों के द्वारा लगातार पूर्व सरपंच माधुरी पाठक द्वारा किये गए एक एक भ्रष्टाचार को उजागर किया जा रहा है पूर्व में कैलवारा खुर्द के टिकरिया में आदिवासी सामुदायिक भवन के लिए 10 लाख रुपए स्वीकृत किये गये थे जिसमे से लगभग 6 लाख रुपए निकाल कर सरपंच और सचिव ने अपने स्वार्थ हेतु भ्रष्टाचार का खेल खेला यह हम नहीं बता रहे यह वह चाय बता रही है जिसका सीधा आरोप पूर्व सरपंच पर लगा हुआ था जो कि सिद्ध होने के बाद उस समय के तत्कालीन सचिव विनोद नायक को सस्पेंड कर दिया गया था और उनसे 2 लाख 35 हजार रुपए की रिकवरी भी जमा कराई जा चुकी है लेकिन सवाल यह उठता है कि सरपंच और सचिव जब दोनों ही किए गए भ्रष्टाचार मैं सम्मिलित रहे तब उस स्थिति में रिकवरी के लिए दोनों ही जवाबदार होते है तो केवल प्रशासन ने सचिव से ही 2 लाख 35 हजार की रिकवरी करके उन्हें बहाल कर दिया जबकि आज दिनांक तक पूर्व सरपंच माधुरी पाठक से सामुदायिक भवन टिकरिया में किए गए भ्रष्टाचार की राशि प्रशासन जमा नहीं करवा पाया है पूर्व सरपंच के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की परतें खुलती ही जा रही है जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं एक नए भ्रष्टाचार का खुलासा सामने आया है जिसमें तीन ऐसे कार्य किए गए हैं जिसमें स्वीकृत कार्य राशि से अधिक की राशि का आहरण करते हुए पूर्व सरपंच और उस समय के तत्कालीन सचिव के द्वारा राशि का बंदर बांट कर लिया गया है जब इस भ्रष्टाचार के बारे में पता चला तो कैलवारा खुर्द के वर्तमान सरपंच छुट्टु कोल के द्वारा जनसुनवाई 29/07/2025 को शिकायत की गई थी लेकिन उस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई जिस पर आज दिनांक 9/12/2025 को पुनः एक बार जनसुनवाई मे शिकायत दी गई है और जनसुनवाई में अधिकारियों के माध्यम से यह आश्वासन दिया गया है कि इस राशि की वसूली बहुत ही जल्द पूर्व सरपंच और उस समय के तत्कालीन सचिव से की जाएगी ऐसे ही और न जाने अन्य कितने भ्रष्टाचार किए गए होंगे अगर हम बात करें संबंधित अधिकारियों की तो वह दिन दूर नहीं यदि ऊंचे पदों में बैठे अधिकारीयों द्वारा ईमानदारी पूर्वक निष्पक्ष जांच कर दी जाए तो संबंधितों के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की शिकायतें जो धूल खा रही हैं। जिनकी एक के बाद एक परतें खुलती जाएगी।
मनोज सिंह परिहार ✍️
8225008012
