कटनी जंक्शन -- मध्य प्रदेश के जबलपुर से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज को जोड़ने वाला 200 किलोमीटर का महत्वपूर्ण जबलपुर-कटनी-रीवा नेशनल हाईवे का हिस्सा अब खूनी हाईवे बनता जा रहा है. बीते 23 दिनों में हुई दुर्घटनाओं में 30 से अधिक लोगों की जान चली गई है. 66 से अधिक लोग घायल हुए हैं ।
कुंभ स्नान का आखिरी समय चल रहा है जिससे हाईवे पर वाहनों का दबाव बहुत अधिक हो गया है, लोग एक दूसरे को ओवरटेक करके जल्द से जल्द कुंभ स्नान के लिए पहुंचना चाहते हैं, हाईवे की स्थिति ये है कि, गाड़ियों की आवाज से ही आम आदमी सहम रहा है, लोग मोटर साइकिल से हाईवे पर जाने से डर रहे हैं । ड्राईवर की जरी सी भी गलती के कारण लोगों की जान जाना आम बात हो गई है, प्रतिदिन हादसे में लोगों की जान जा रही है, ऐसा ही एक हादसा आज फिर जबलपुर-कटनी-रीवा हाईवे पर देखा गया जहां पर एक सवारी गाड़ी अपनी लाईन से दूसरी लाईन पर चली गई जिससे सामने से आने वाली बस से जोरदार टक्कर लगने पर 6 लोगों की स्पाट में ही मृत्यु हो गई और 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
कुछ दिन पहले भी 6 लोगों की बरगी मोहला मोड़ पर मृत्यु हुई थी, तो कटनी में भी तीन लोग काल के गाल पर समा गए थे, झुकेही मोड़ में भी हादसे में एक महिला की मृत्यु हुई थी, और मैहर में भी 3 लोग स्पाट में मरे थे उसके आगे अमरपाटन में भी बस से सीधी टक्कर में बोलेरो के परखच्चे उड़ गए थे और 10 लोग मरे थे, इस महीने मृतकों की संख्या बहुत अधिक है ।
सम्हल कर चलने की सलाह
वैसे तो आमजन को सलाह दी जाती है कि अगले कुछ दिनों तक हाईवे पर ना चले, जितना हो सके हाईवे पर जाने से बचें, यदि फिर भी आवश्यक हो तो सम्हल कर यात्रा करें।