आज सुबह से ही प्रदेश समेत जिले के सभी प्राईवेट स्कूल बंद रहे, स्कूल संचालक मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल की मान्यता प्राप्त करने संबंधी नियमो से नाखुश हैं।
एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल सोनी का कहना है कि सभी संगठनों ने फैसला लिया है कि 30 जनवरी को प्रदेश के सभी स्कूलों को हड़ताल के तहत बंद करने का कारण, पहली से 8वीं क्लास तक की मान्यता के नियम में जो रजिस्टर्ड रेंट एग्रीमेंट की बात की गई है, उस पर दोबारा विचार किया जाए। उसका समाधान किया जाए क्योंकि 31 जनवरी को मान्यता की आखिरी तारीख है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों के संगठनों ने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शिक्षा मंत्री और सीएम तक अपनी बात पहुंचा दी है, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की सरकार से मांग है कि जो नए नियम बनाए गए हैं वह पहले से संचालित स्कूलों पर लागू न हो। यदि सरकार अपने नियमों पर अड़ी रही तो प्रदेश के की स्कूलों पर बंद होने का खतरा मंडराने लगेगा, जिससे उस पर निर्भर शिक्षक बेरोजगार होंगे और स्कूल में अध्ययन छात्रों की पढ़ाई पर भी असर पड़ेगा ।
आशीष तिवारी
